मंगलवार, 28 दिसंबर 2010
छत्तीसगढ़ अब गो-क्रांति की दिशा में
http://epaper.naidunia.com/नई दुनिया, रायपुर के२९-१२-२०१० के अंक में मेरा लेख देखें. गो-क्रांति को अलग तरीके से समझने की कोशिश की है.
प्रस्तुतकर्ता girish pankaj पर 8:25 pm
लेबल: गिरीश पंकज, lekh
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1 Comment:
bahut sundar prastuti..aabhar
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